वास्तु शास्त्र हज़ारो साल पुरानी वैदिक प्रणाली है जिसके बारे में कई दिशानिर्देशों ने सालो के अध्ययन के बाद अथवा वेद में लिखा है जो अभी तक सिर्फ घर बनाने वाले वास्तुकार ही इस्तेमाल किया करते हैं। इसमें हिन्दू और बौद्ध धर्मो की मान्यताओं का संगठन करके वास्तुशिल्पीय कोठी का नियोजन किया गया है ताकि प्रकृति के साथ ताल-मेल बनाया जा सके। अपने घर के क्षेत्र का प्रबंधन और सजावटी संतुलन बनाये रखने के लिए आप सम्पूर्ण घर को वास्तु शास्त्र के सिंद्धान्तो के मुताबिक सजा सकते हैं ताकि ज़िन्दगी सुखद हो और स्वस्थ बना रहे।
इस विचार पुस्तक में हमारे सज्जा विशेषज्ञ ने वास्तु शास्त्र के 7 घरेलू युक्तियों का सयोजन किया है जो आवास में धन आकर्षित करने में मदद करेंगे। वास्तु शास्त्र आपके घर को लाभ पहुंचा सकती है और बहुतायत, धन और समृद्धि में स्वागत में भी मदद कर सकती है। इस त्वरित गाइड की एक झलक लें और सुनिश्चित करें कि आपका स्थान शांत, स्थिर और संतुलित है या नहीं!
अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए, आपको घर में सारी वस्तुवें व्यवस्थित स्थानों पर रखने की जरूरत है और जो कुछ भी बेकार और टूटे-फूटे चीज़ें हैं उन्हें फेंक दे है नज़र से दूर हटा दें। अपने निवास के भीतर ऊर्जा और माहौल को नवीनीकृत और पुनर्जीवित करने के लिए जो कुछ भी आवश्यक वस्तुवें हैं उन्हें खरीदकर घर में इस तरह से सजाये की भीड़ न हो।
चमकदार रंग जैसे लाल, हरा, बैंगनी, पीला नीला, और संतरा को लागू करके धन को आकर्षित करें। अपने आतंरिक सज्जाकार से कहकर इनमे से कुछ रंगो को निवास के साथ जोड़कर वास्तु के मुताबिक लाभ पा सकते हैं और इन रंगों को घर के किसी भी सज्जा या छोटे फर्नीचर में शामिल किया जा सकता है । यहाँ इन और विशेष रूप से कुशन, कालीनों और सहायक उपकरण में इन्हे डाला गया है जबकि सफेद को शुद्धता और ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए लाल के साथ जोड़ा जा सकता है ।
जिस तरह आपका घर आकर्षक और सामंजस्यपूर्ण होना चाहिए उसी तरह एक आमन्त्रणकारी और स्वच्छ प्रवेश द्वार पर भी गौर करें ताकि आने वालो सौभाग्य को हिचकिचाहट न हो। कहते है अगर प्रवेश द्वार आकर्षक न हो तो सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता इसीलिए इसे सौंदर्य प्रदान करने के लिए सुन्दर पौधों और रौशनी को समृद्धि और अच्छी ऊर्जा आकर्षित करने के लिए जोड़ा जा सकता है।
आधुनिक रसोई एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ प्रायः परिवार और दोस्तों के साथ सामाजिक रूप से वक़्त बिताया जाता है। गहरे नील रंग के खूबसूरत टाइल्स इस स्थान में नवीनता और आकर्षण पैदा करते हैं क्योकि बाकी पृस्ठभूमि तो बिलकुल सफ़ेद है ताकि बड़ी खिड़की से आने वाली रौशनी पूरे क्षेत्र को प्रज्वलित करे।
यदि आप अपने निवास में एक सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह को प्रेरित करना चाहते हैं, तो आपको सुनिश्चित करना होगा कि वह क्षेत्र स्वच्छ और व्यवस्थित है। इसके अतिरिक्त, पौधे और हरियाली अंतरिक्ष में जीवन और उत्साह प्रदान करेंगे जो घर की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं। सुंदर ढंग से सजा यह प्रबंध करना जरूरी है ताकि और यह धन-दौलत आकर्षित करने में मदद करे ।
दर्पण का कभी भी न बिस्तर आस-पास न ऐसे दिशा में रखें ताकि ताकि बिस्तर का प्रतिबिम्ब उसमें नज़र आये । सौहार्दपूर्ण और शांत बेडरूम के लिए लकडी की सामग्री और हलके रंगो के चादर इत्यादि चुने। कोशिश करे की खिड़कियां बगीचे में खुलें या वहां से हरियाली का नज़ारा हो ताकि कमरे में हमेशा स्वच्छ वायु का संचार हो सके।
अगर बाथरूम में हमेशा कोई नल टपकता रहता है या किसी पाइप अथवा बेसिन के निचे से पानी रिस्ता रहता है तो ये घर के लिए ठीक नहीं है। इसे तरह के छोटी बातों की अवहेलना करने से गन्दगी के साथ बीमारिया भी फैलेंगे जिससे पैसो की बर्बादी होगी इसीलिए तो वास्तु का मानना है कि पानी का रिसना और अन्य क्षतिग्रस्त वस्तुओं के कारण ऊर्जा के सामान्य प्रवाह में रुकावट होती है इसीलिए उन्हें तत्काल ठीक किया जाना चाहिए।
बाथरूम की चर्चा चल ही रही है तो हमें लगता है कि आप छोटे बाथरूम सजावट विचार ज़रूर पसंद करेंगे।
।